
दंतेवाड़ा ।(सियासत दर्पण न्यूज़) जिले के गीदम थाना क्षेत्र में गीदम पुलिस द्वारा वाहनों की जांच के दौरान बाइक चोर गिरोह के 3 आरोपियों गुलशन नाहटा, कैलाश निषाद और रिज्जू केजे. को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के लोग हैदराबाद से 5 सोल्ड बाइकों की चोरी कर फर्जी तरीके से किसी भी कार का नंबर लगाकर, फर्जी आरसी बुक बनाकर बेचने की तैयारी में थे । इनके कब्जे से 7 लाख 50 हजार रुपए की 5 बाइकें और प्रिंटर मशीनें बरामद की गई है। पुलिस बाइक चोर गिरोह के हैदराबाद के 1 मुख्य आरोपी प्रवीण गोलछा की पतासाजी कर रही है।
इस कार्रवाई में गीदम थाना प्रभारी विजय पटेल की मौजूदगी में एसआई शशिकांत यादव, एएसआई संतोष यादव, प्रशांत सिंह, प्रधान आरक्षक राजकुमार सिंह और आरक्षक केशव पटेल ने कार्रवाई की है। एसडीओपी गोविंद दीवान ने इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग की, साथ ही बाइक चोर गिरोह के सिंडिकेट का पता लगाया। दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने आज शुक्रवार को प्रेस वार्ता लेकर इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि एक मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। इन तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस गिरोह में और कितने लोग शामिल थे, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गीदम पुलिस वाहनों की जांच के दौरान एक लाल रंग की स्प्लेंडर बाइक को रुकवाया । बाइक चालक ने अपना नाम गुलशन नाहटा निवासी गीदम बताया । बाइक में सीजी 17 सी 1880 आरटीओ नंबर प्लेट लगा हुआ था। वहीं जब इससे गाड़ी से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो इसने नहीं दिया। तभी पुलिस को इस पर शक हुआ और ऑनलाइन बाइक नंबर की डिटेल्स निकाली । पुलिस को पता चला कि ये बाइक का नंबर नहीं बल्कि महेश राम बघेल के नाम से रजिस्टर अल्टो कार का नंबर है । जिसके बाद पुलिस को शक हुआ की चोरी की बाइक है, इसके बाद पुलिस ने गुलशन को हिरासत में लिया । जिसके बाद उससे और पूछ-ताछ की गई तो उसने बताया कि गाड़ी हैदराबाद से चोरी कर लाई गई है। उसके गैराज में 4 और बाइकें जिसमें 2 बुलट, 1 पल्सर और 1 स्प्लेंडर खड़ी है । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन बाइकों को भी बरामद किया। जिसके बाद पूछ-ताछ में गुलशन ने अपने अन्य तीन साथी रिज्जू केजे., प्रवीण गोलछा, कैलाश निषाद के बारे में भी जानकारी दी। पुलिस ने कैलाश निषाद और रिज्जू केजे. को भी पकड़ा। मुख्य आरोपी प्रवीण गोलछा हैदराबाद में है, जिसकी तलाश जारी है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हैदराबाद में अलग-अलग बाइक शो-रूम से ग्राहकों ने जब बाइक खरीदी तो इस गिरोह के सदस्य उनका पीछा किए। वो बाइक कहां रख रहे हैं? कहां ले जा रहे हैं? उसका पता किए। फिर गिरोह के लोग मौका पाकर अलग-अलग दिन में बाइक चोरी किए। हैदराबाद में रहने वाला प्रवीण गोलछा इसका मुख्य आरोपी है। वह गीदम का ही रहने वाला है, लेकिन पिछले कुछ सालों से हैदराबाद में शिफ्ट है। गीदम के गुलशन नाहटा से परिचित था। दंतेवाड़ा जिला और बस्तर संभाग नक्सल इलाका होने से यहां किसी को पता नहीं चलेगा सोचकर वहां से चोरी की बाइक को यहां गांवों में बेचने इनके बीच डील तय हुई थी। प्रवीण ने वहां से चोरी की बाइक को पिकअप के माध्यम से गीदम भिजवाया। यहां गुलशन अपने साथी रिज्जू के साथ मिलकर गाडिय़ों को लिया और अपने गौराज में छिपाकर रखा था। वहीं इन दोनों की जगदलपुर के कैलाश निषाद से जान-पहचान थी। कैलाश सीएससी सेंटर चलाने का काम करता है। वह नेट से जगदलपुर पासिंग सीजी-17 का रेंडमली गाड़ी नंबर निकाला। फिर फर्जी तरीके से आरसी बुक बनाया। जिसे ग्राहक को बेचने की तैयारी थी, उसके नाम को एडिट कर नया आरसी बुक तैयार किया।आरसी बुक में चिप की जगह एडिट कर चिप की फोटो लगाया। गाड़ी बेचने पर उससे मिलने वाले पैसे ये चारों बराबर बांटने के फिराक में थे। हालांकि, इससे पहले ही गीदम पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।