प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडेय और संगठन महामंत्री गणेश तिवारी ने किया रायपुर बंद का पूर्ण समर्थन कहा, “मातृभूमि का अपमान अब और नहीं सहेंगे”
रायपुर।सियासत दर्पण न्यूज़,,छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा से छेड़छाड़ और अपमानजनक कृत्य के विरोध में प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया है। इस गंभीर घटना को लेकर अब समाज के सभी वर्ग एकजुट होकर अपनी भावनाएँ प्रकट कर रहे हैं। इसी कड़ी में अखिल भारतीय हिंदू परिषद छत्तीसगढ़ इकाई ने छत्तीसगढ़ क्रांति सेना द्वारा घोषित 31 अक्टूबर (शुक्रवार) को रायपुर बंद का पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
इस संबंध में परिषद के प्रदेश अध्यक्ष श्री आलोक पांडेय एवं संगठन महामंत्री श्री गणेश तिवारी ने क्रांति सेवा प्रमुख श्री अंमित बघेल को आवेदन पत्र सौंपते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ महतारी हमारी अस्मिता और गौरव की प्रतीक हैं। उनकी प्रतिमा से छेड़छाड़ पूरे छत्तीसगढ़ की आत्मा पर प्रहार है, और इसका विरोध हमारा धर्म और कर्तव्य दोनों है।”
आलोक पांडेय ने कहा कि परिषद का यह समर्थन किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ महतारी के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा हेतु है। उन्होंने आगे बताया कि परिषद से जुड़े सभी सदस्य एवं पदाधिकारी कल अपने-अपने प्रतिष्ठान, संस्थान और कार्यालय स्वेच्छा से बंद रखेंगे।
उन्होंने कहा, “मेरी स्वयं की दुकान — हमर सोलर’ (वी.आई.पी. चौक, बेबीलॉन टावर, प्रथम तल) — भी मातृभूमि के सम्मान में पूर्णतः बंद रहेगी। यह सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि हमारी महतारी के प्रति श्रद्धा और निष्ठा का प्रतीक है।”
संगठन महामंत्री श्री गणेश तिवारी ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा, और इसका उद्देश्य समाज को यह संदेश देना है कि “छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।” उन्होंने प्रदेश के युवाओं से अपील की कि वे एकजुट होकर इस आंदोलन में भाग लें और छत्तीसगढ़ की संस्कृति व अस्मिता की रक्षा करें।
इस अवसर पर अखिल भारतीय हिंदू परिषद के पदाधिकारी, सदस्य और कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी ने क्रांति सेना के नेतृत्व में होने वाले इस बंद को जनजागरण का प्रतीक बताते हुए इसे पूरी तरह सफल बनाने की अपील की।
आवेदन पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि परिषद का यह कदम छत्तीसगढ़ की माटी, संस्कृति और मातृशक्ति के गौरव के प्रति समर्पित है। आंदोलन का उद्देश्य यह संदेश देना है कि आने वाली पीढ़ियाँ भी यह सीखें कि —
> “महतारी के सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं।”
31 अक्टूबर को रायपुर शहर में सभी प्रतिष्ठान, व्यापारिक संस्थान और सामाजिक संगठन इस बंद का समर्थन करेंगे। प्रशासन से भी अपील की गई है कि इस दौरान कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने में सहयोग प्रदान किया जाए।
इस प्रकार अखिल भारतीय हिंदू परिषद छत्तीसगढ़ इकाई का यह निर्णय न केवल विरोध की आवाज़ है, बल्कि प्रदेशवासियों की भावनाओं, श्रद्धा और स्वाभिमान का प्रतीक बन गया है।
> “मातृभूमि का अपमान सहन नहीं — छत्तीसगढ़ महतारी अमर रहें!”






