रायपुर।(सियासत दर्पण न्यूज़) हिस्ट्रीशीटर सूदखोर वीरेंद्र तोमर की गिरफ्तारी के बाद करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत के भड़काऊ बयान विवादों में हैं। इस बीच डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने स्पष्ट कहा है कि कोई भी सामाजिक संस्था अपराधियों की ढाल नहीं बन सकती। सरकार छत्तीसगढ़ में गड़बड़ी फैलाने वालों को किसी भी हालत में नहीं छोड़ेगी। वहीं रायपुर पुलिस शेखावत के खिलाफ FIR दर्ज करने की तैयारी कर चुकी है और उनकी गिरफ्तारी भी संभव मानी जा रही है।
सूदखोरी और ब्लैकमेलिंग के मामले में गिरफ्तार वीरेंद्र तोमर के समर्थन में उतरे करणी सेना अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने सोशल मीडिया पर एक घंटे तक लाइव आकर पुलिस अधिकारियों को खुलेआम धमकी दी। उन्होंने रायपुर एसएसपी, थाना प्रभारियों तक को निशाने पर लेते हुए कहा कि 7 दिसंबर को रायपुर में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा और हम पुलिस वालों के घरों में घुसकर भी प्रदर्शन करेंगे।
‘तोमर कोई आतंकवादी था क्या, जिसका जुलूस निकाला गया? पुलिस ने गलत किया है… क्षत्रिय समाज के लाखों लोग जल्द ही रायपुर कूच करेंगे।’ उन्होंने इस पूरी कार्रवाई का “मुंहतोड़ जवाब” देने की चेतावनी भी दी।
इन बयानों को बेहद गंभीर मानते हुए रायपुर पुलिस ने सोशल मीडिया धमकी, उकसावे और कानून व्यवस्था भंग करने की कोशिश के आरोपों में एफआईआर दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार माहौल बिगड़ने से रोकने के लिए शेखावत को गिरफ्तार किया जा सकता है।
करणी सेना के प्रदर्शन और तोमर बंधु की गिरफ्तारी के मुद्दे पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा- ‘कोई भी सामाजिक संस्था अच्छे कामों के लिए होती है, किसी अपराधी के पीछे खड़े होने के लिए नहीं। अपराधी, अपराधी होता है। हर अपराधी किसी न किसी संस्था से जुड़ा होता है, तो क्या संस्था उसकी ढाल बन जाए? ऐसे में समाज कैसे चलेगा?’
उन्होंने साफ चेतावनी दी, ‘छत्तीसगढ़ में गड़बड़ करने वाले को नहीं छोड़ा जाएगा। कठोरता के साथ कार्रवाई होगी।’ रायपुर प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि धमकियों, भीड़ इकठ्ठा कर दबाव बनाने या कानून व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।






