बालोद: (सियासत दर्पण न्यूज़) प्रदेश के बालोद जिले ने राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जिले को राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ है। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बालोद जिले को 2 करोड़ की प्रोत्साहन राशि और प्रशस्त्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
जल संचयन-जन भागीदारी अभियान में बालोद जिले का देश में प्रथम स्थान आने पर कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है। बालोद जिले ने जल संरक्षण में इतिहास रचा है। बता दें कि 1 लाख से अधिक नई जल संरचनाएं, 30 हजार से ज्यादा पुराने जल स्त्रोतों का पुनरुद्धार, 3.88 लाख पौधारोपण और हजारों वॉटर रिचार्ज पिट बनाकर देश में नंबर-1 का दर्जा हासिल किया है।
दरअसल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ’जल संचयन जन भागीदारी’ (जेएसजेबी 1.0) के तहत जोन 02 में शामिल बालोद जिला को बेस्ट परफाॅर्मिंग जिले के रूप में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर बालोद जिले को 2 करोड़ रूपये का प्रोत्साहन राशि प्रदान की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आज मंगलवार 18 नवंबर को विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित समारोह के अवसर पर ‘जल संचयन जन भागीदारी’ के अंतर्गत बालोद जिले में हुए उत्कृष्ट कार्यों के लिए कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा को सम्मानित किया गया है।
बालोद जिले के लिए महत्वपूर्ण सौगात
दरअसल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ’जल संचयन जन भागीदारी’ (जेएसजेबी 1.0) के तहत जोन 02 में शामिल बालोद जिला को बेस्ट परफाॅर्मिंग जिले के रूप में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर बालोद जिले को 2 करोड़ रूपये का प्रोत्साहन राशि प्रदान की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आज मंगलवार 18 नवंबर को विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित समारोह के अवसर पर ‘जल संचयन जन भागीदारी’ के अंतर्गत बालोद जिले में हुए उत्कृष्ट कार्यों के लिए कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा को सम्मानित किया गया है।
जिले में जल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए काम
बालोद जिले में ’जल संचयन, जन भागीदारी’ अभियान के तहत विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 1 लाख 6 हजार 677 नवीन जल संरचनाओं का निर्माण किया गया है।
जिले में पूर्व निर्मित 30 हजार 849 जल स्त्रोतों में सामूहिक श्रम के माध्यम से मरम्मत एवं साफ सफाई की व्यवस्था की गई।
ग्राम पंचायतों के माध्यम से जल भराव वाले स्थानों का चिन्हांकन कर नवीन जल स्त्रोतों का निर्माण किया गया।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित आवासों में 10 हजार वाटर रिचार्ज पिट का निर्माण किया गया है।
वन क्षेत्र में जल संरचनाओं के साथ मृदा एवं जल संरक्षण के कार्य अंतर्गत 3 लाख 88 हजार पौधरोपण किया गया।
जिले में इस अभियान से प्रेरित होकर ग्रामीणों द्वारा स्वप्रेरणा एवं निजी राशि से 27 हजार से अधिक घरों में सोकपिट संरचना का निर्माण किया गया है।
1 लाख 9 हजार 273 स्टेगर्ड कंटूर टेंच का निर्माण किया गया है।
जिसे में कुल 140 अमृत सरोवर का निर्माण किया गया है।
1 हजार 944 सामुदायिक तालाब, 6 हजार 160 निजी डबरी, तालाब निर्माण किया गया है।
जिले में 399 मिनी परकुलेशन टैंक, 06 हजार 614 लूज बोल्डर चेक डेम, 672 नदियों का पुनरूद्धार किया गया है।
जिले में 69 स्टाॅप डेम, 316 गेबियन चेक डेम, 423 कुंआ का निर्माण किया गया है।
जिले में कुल 44 हजार 49 वाटर रिचार्ज पिट का निर्माण किया गया है।
जिले को प्राप्त हुई यह उलपब्धि बालोद जिले के लिए महत्वपूर्ण सौगात है। कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा ने जिले को प्राप्त हो रहे इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए जिले के सभी अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों सहित पूरे जिले वासियों के प्रति विनम्र आभार माना है।
उन्होंने कहा कि जिले के सभी वर्गों के लोगों तथा संपूर्ण जिले वासियों के सहयोग से जिले को यह उपलब्धि हासिल हो पाया है। जिन्होंने इस अभियान में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करते हुए जल संरक्षण तथा पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई है। दिव्या मिश्रा ने बालोद जिले को प्राप्त इस महत्वपूर्ण उलपब्धि के लिए संपूर्ण जिले वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी है।







