
सियासत दर्पण न्यूज़,90 के दशक का वो खूंखार विलेन, जिसने दो दशकों के अपने करियर में 150 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उनकी आवाज में वो डायलोग ऐसे लगते था जैसे की कोई शैतान शायरी कर रहा हो। बॉलीवुड अब उन्हें भूल गया, लेकिन दर्शक आज भी दिल से याद करते हैं। अगर आप ‘गदर’ फिल्म के फैन हैं, तो आपको वह आइकॉनिक सीन भी याद होगा, जिसमें एक काजी तारा सिंह को मुस्लिम धर्म कुबूल करवाने से पहले सवाल-जवाब करता दिखाई देता है। काजी के किरदार में वो मशहूर एक्टर इशरत अली हैं, जिन्होंने ‘गदर’ और ‘क्रांतिवीर’ जैसी दर्जनों यादगार फिल्मों में विलेन के रोल निभाए।
अपने शुरुआती दौर में इशरत को स्पॉट ब्वॉय का काम मिल गया। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को जब इशरत के अभिनय के शौक के बारे में पता चला। एक दिन एक दोस्त ने इशरत को बताया कि दिलीप शंकर फिल्म ‘काल चक्र’ के लिए कलाकारों को खोज रहे हैं। इशरत भी ऑडिशन देने पहुंच गए, दिलीप शंकर उनके अभिनय से इतना प्रभावित हुए कि उन्हें फिल्म में एक बड़ा रोल दे दिया। इशरत ने 1988 की फिल्म ‘काल चक्र’ में यशवंत कात्रे नाम के भ्रष्ट नेता का ऐसा दमदार रोल निभाया कि उन्हें कई फिल्मों में विलेन के रोल ऑफर होने लगे। दर्जनों फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके इशरत अली अब एक्टिंग की दुनिया से दूर है, क्योंकि उनके पिता के देहांत के बाद इशरत ने उनका कारोबार संभाल लिया था और घरस्ती में उलझ गए। अब इशरत आध्यात्मिक जिंदगी जी रहे हैं और वे दिन में पांच बार नमाज पढ़ते हैं।