
सियासत दर्पण न्यूज़ कवर्धा से दुखहरण सिंह ठाकुर की रिपोर्ट
क्या किसानो का आवाज उठाना मानसिक संतुलन खो बैठना है?
पंडरिया विधायक द्वारा धनबल एवं सत्ताबल की अहंकार मे लगातर आदिवासियों एवं किसानो का अपमान किया जा रहा है
कवर्धा,,सियासत दर्पण न्यूज़ :-पंडरिया विधानसभा के किसानो को खाद बीज एवं kcc की राशि नहीं मिलने पर, नीलू चंद्रवंशी ने किसानो की आवाज बुलंदी से उठाया, जिसके लिए पंडरिया विधायक ने नीलू चंद्रवंशी को जो कि किसान का बेटा है को मानसिक संतुलन खो बैठा है बोलती है इसलिए मै आम जनता से पूछना चाहता हु की एक किसान का बेटा, किसानो का आवाज उठाया, तो क्या मानसिक संतुला खो बैठना है इस प्रकार पंडरिया विधायक ने किसानो को, किसान के बेटा को मानसिक संतुलन यानि पागल करार दे दिया है जो की समझ से परे है वैसे ही कुछ दिन पहले सेमरहा मे भोजन की व्यवस्था नहीं करा पाने पर आदिवासियों ने आवाज उठाया तो आदिवासियों को विकृत मानसिकता के लोग यानि पागल बोल दी थी इस तरह एक प्रकार से विधायक मे एक अहंकार कि झलक दिखाई देती है जोकि गलत है
पंडरिया विधानसभा के किसान आप जैसा नहीं है कि भावना सेवा संस्थान जैसा एनजीओ बना कर शासन से करोड़ों राशि लेकर कई करोड़ो की भ्र्ष्टाचार क़र मोटी रकम कमाई क़र लेते है लेकिन किसान तो अपने खून पसीना को खेत की मिट्टी मे सींचकर फ़सल उगता और अनाज पैदा करता है तब जाकर मुश्किल से किसानो ने अपने बच्चों के लिए दो वक़्त रोटी और पढ़ाई लिखाई करा पता है किसान आप जैसा नहीं की दस साल मे कई हजार करोड़ का सम्पति यानि काला धन इकट्ठा क़र लेते है इस प्रकार धनंबल एवं सत्ताबल की अहंकार मे आपके द्वारा किसानो के आवाज को दबाया जा रहा है और लगातार आदिवासियों का और किसानो का पंडरिया विधायक द्वारा अपमान किया जा रहा है!