
नई दिल्ली । (सियासत दर्पण न्यूज़) पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ देशभर में गुस्सा है और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग उठ रही है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में सरकार का रुख साफ कर दिया। यहां आम सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों ने मासूम देशवासियों पर हमला किया है। यह हमला देश की आत्मा पर हमला है। बकौल पीएम मोदी, मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि आतंकियों और उनके आकाओं को कल्पना से बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। पीएम मोदी ने आगे कहा- इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई और किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है। उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई ओड़िया था, कोई गुजराती था, कोई यहां बिहार का लाल था। आज उन सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख एक जैसा है, हमारा आक्रोश एक जैसा है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी। पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले पर अपनी बात अंग्रेजी में भी रखी। अंग्रेजी में इसलिए ताकि संदेश अन्य देशों तक भी चला जाए कि इस बार भारत बड़ा कदम उठाने जा रहा है। पीएम मोदी ने अपनी सभा की शुरुआत में सभी लोगों को अपने स्थान पर बैठने को कहा और पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को 2 मिनट श्रद्धांजलि दी। इससे पहले पीएम मोदी ने 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं देश को समर्पित की। पीएम ने सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाली पंचायतों के प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार भी प्रदान किया। आतंकी हमले के बाद सभा पर किसी तरह का संगीत नहीं बजाया गया, ना ही ढोल का उपयोग हुआ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह पहला मौका रहा, जब पीएम मोदी किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आए।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुंचे और पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिवार से मिले। आज ही शुभम का अंतिम संस्कार हुआ। परिवार से मिलने के बाद योगी ने कहा, पहलगाम का आतंकी हमला क्रूर, वीभत्स और कायराना कृत्य है, जिसे किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। सीएम योगी ने कहा, प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा है। आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का काम शुरू हो चुका है।