सियासत दर्पण न्यूज़ से बिलासपुर जिला ब्यूरो चीफ डॉ शाज़िया अली खान की रिपोर्ट
बिलासपुर…सियासत दर्पण न्यूज़,,तखतपुर के विज़डम द ग्लोबल स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर द्वारा कक्षा एक के बच्चों की निर्मम पिटाई का मामला सामने आते ही पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। आरोप है कि शिक्षक ने लाइब्रेरी और स्पोर्ट्स रूम में मासूमों को पाइप से मारा, जिसकी वजह से उनके शरीर पर गहरे लाल और नीले निशान उभर आए। घायल बच्चों में कक्षा एक का वेदांत अग्रवाल भी शामिल है, जिसके पिता नवीन अग्रवाल का कहना है कि बेटे के पैरों और पीठ पर चोटों के गंभीर निशान देखकर वे सन्न रह गए। वहीं एक अन्य बच्चा आयाश अग्रवाल के अभिभावक अनिल अग्रवाल ने बताया कि उनके बच्चे को इतना पीटा गया कि उसके बाद टीचर ने उससे यह कहलवाने की कोशिश की कि वह “सीढ़ी से गिर गया” है।
बच्चों ने घटना के बाद घर पर तुरंत कुछ नहीं बताया। डर के मारे वे चुप रहे, जब तक कि कपड़े बदलवाते समय दादी की नजर उनके शरीर पर पड़े नीले-जख्मों पर नहीं पड़ी। बार-बार पूछने पर दोनों बच्चे रोते हुए फूट पड़े और बताया कि स्पोर्ट्स टीचर कई दिनों से पाइप से मार रहा था। दूसरी ओर दूसरे पीड़ित बच्चे के माता-पिता को भी घटना का पता सीधे घर से नहीं, बल्कि किसी अन्य अभिभावक के फोन कॉल पर चला।
अभिभावक जब शिकायत लेकर स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने पूरे मामले को “छोटी सी गलती” बताकर सिर्फ मौखिक आश्वासन दिया कि आगे ऐसा नहीं होगा। डायरेक्टर और प्रिंसिपल ने यह भी कहा कि दोषी टीचर को हटाने पर विचार किया जाएगा, लेकिन इस संबंध में अभिभावकों को कोई लिखित कागज नहीं दिया गया। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने टीचर से माफी मंगवाकर मामले को खत्म करने की कोशिश की और यहां तक कह दिया कि “अब आगे आपको जो करना हो, कीजिए”—जो उनकी जिम्मेदारी से साफ पल्ला झाड़ने जैसा है। जबकि तथ्य यह है कि स्कूल परिसर में बच्चों के साथ होने वाली किसी भी दुर्घटना या हिंसा की पूरी जिम्मेदारी संस्थान की होती है, जिसका यहां स्पष्ट अभाव दिखाई देता है।
इधर, मामले की गंभीरता देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी विजय टांडे ने कहा है कि घटना की जानकारी उन्हें मिल चुकी है और शिकायतें प्राप्त होने के बाद उन्होंने विकासखंड शिक्षा अधिकारी को तत्काल संज्ञान लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। टांडे ने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों के साथ मारपीट करना न सिर्फ अमानवीय है, बल्कि दंडनीय अपराध भी है। उन्होंने कहा कि वीडियो और फोटो की जांच की जा रही है और रिपोर्ट मिलते ही दोषी शिक्षक हो या स्कूल प्रबंधन—किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।






