
रायपुर: (सियासत दर्पण न्यूज़) डीडीनगर थाना क्षेत्र के इंद्रप्रस्थ फेस-2 में हुए चर्चित किशोर पैंकरा हत्याकांड में पुलिस की जांच लगातार जारी है। दो दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद मुख्य आरोपित अंकित उपाध्याय, उसकी पत्नी शिवानी शर्मा सहयोगी विनय यदु और सूर्यकांत यदु को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब आरोपी के संपत्ति के जांच में जुट गई है।
बता दें कि पुलिस ने रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ की। फोरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में क्राइम सीन रिक्रिएट कराया गया। पूछताछ में राजफाश हुआ कि यह पूरा मामला प्रापर्टी और पैसे के लालच से जुड़ा एक सुनियोजित हत्या षड्यंत्र था। योजना एक माह पहले ही अंकित ने रच डाली थी। पुलिस अब आरोपी अंकित के संपत्ति की जांच करने की तैयारी में है।
मामले में अंकित ने पुलिस को बताया कि वह वकालत करता है, लेकिन रायपुर बार एसोसिएशन में उसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। अधिवक्ताओं का भी कहना है कि उसे कोर्ट में प्रैक्टिस करते कभी नहीं देखा गया। कोर्ट में वकील का ड्रेस पहनकर पहुंच जाता था। इसके बाद वहां क्लाइंट को खोजता था।
पुलिस के अनुसार, 22 जून की सुबह आरोपी दंपती किशोर को बातचीत के बहाने किराये के मकान में लेकर गया। वहां पहले गला घोंटकर फिर चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। शव को छुपाने के लिए ट्राली बैग में पैक किया गया। जिसके बाद गोलबाजार से खरीदे ट्रंक में डालकर सीमेंट से प्लास्टर कर दिया गया, ताकि बदबू न फैले। 24 जून को शव को ट्रंक सहित इंद्रप्रस्थ कालोनी के सुनसान इलाके में फेंक दिया गया। शव को ठिकाने लगाने के लिए दो मजदूरों की मदद ली गई थी।
मृतक किशोर पैकरा करोड़ों की संपत्ति का मालिक था। पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी अंकित खुद को वकील और प्रापर्टी डीलर बताता था। दोनों के बीच वर्षों से आर्थिक लेन-देन चल रहा था। वर्ष 2018-19 में किशोर के बजरंग नगर स्थित मकान को बेचकर अंकित ने 30 लाख रुपये लिए और रकम दोगुना कर लौटाने का झांसा देकर हड़प ली। इसी पैसे के विवाद ने हत्या का रूप ले लिया।