अपात्र अस्पतालों में सरकारी कर्मियों के इलाज,बिना लिफ्ट,पार्किंग के सेन्टर में मरीजों को भेजा, अफसरों ने कहा होगी जांच
रायपुर,सियासत दर्पण न्यूज़, राज्य के शासकीय सेवक और उनके आश्रित परिवारों का इलाज करने की सुविधा प्राइवेंट अस्पतालों में दी जाती हे इनमें कुछ ऎसे सेंटर को भी अप्रूव करने की चर्चा जहां सुविधाओं का आभाव है!स्वास्थ विभाग में इस बात की चर्चा है!अब अफसरों ने कहा है कि जो प्रक्रिया पूरी करेंगे उन सेंटर्स में इलाज की सुविधा दी जायगी पिछली बार अपात्र हो चुके अस्पतालों ने योजना में शामिल होने के लिए आवेदन फिर से किया है!इसके लिए शीर्ष स्तर पर नियमो को तोड़ने मरोड़ने की चर्चा है! विभागीय सूत्रों ने बताया कि सरकती कर्मचारियों के परिजनों के इलाज के लिए अस्पतालों की लिस्टिंग की प्रक्रिया को दिसम्बर में पूरा कर लिया जाता है मगर इस बार पुनर्विचार याचिकाओ पर अप्रेल मई में कार्यवाही करने की तैयारी है,दर्जनों ऐसे अस्पताल है जिनमे खामियां पाई गई थी सूत्रों के अनुसार दर्जनों अस्पताल ऐसे पाय गए थे जिन्होंने कर्मचारियों के इलाज के लिए आवेदन किया था, लेकिन जांच में अपात्र पाय गए!कही एम्बुलेंस खड़ी करने की जगह नही थी!रायपुर के पचपेड़ी नाका के पास एक अस्पताल को नर्सिंग एक्ट के तहत लाइसेंस ही नही मिला था मगर उसने आवेदन किया था इसी तरह एक अस्पताल में लिफ्ट नही मिली!मरीजो को सीढ़ियों के जरिये ऊपर भेजा जा रहा था!इस योजना के अंतर्गत अस्पतालों में नर्सिंगहोम एक्ट के तहत लाइसेंस से लेकर विभिन्न विभागों की NOC होना जरूरी है!इस पूरे मामले को लेकर
चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉक्टर विष्णु दत्त ने कहा कि योजना के तहत उपचार की सुविधा देने के लिए एक मापदंड निर्धारित है,निरीक्षण के दौरान कमियां पाई जाती है तो उसे दूर कर पुनः प्रस्ताव देकर पात्र हो सकते है ऐसे आवेदन आते रहते है!प्रक्रिया चल रही है






