सियासत दर्पण न्यूज़ की रिपोर्टजांच के बाद और भी बड़े चेहरे सामने आ सकते हैं। जांच में आरोपी के बैंक खाते से करोड़ों रुपए के लेनदेन के सबूत मिले हैं।
बलौदाबाजार, सियासत दर्पण न्यूज़,बलौदाबाजार शहर एवं आसपास के विभिन्न लोगों को अपने झांसे में लेकर उन्हें महिला संबंधी अपराध में फंसाने एवं लोक-लाज का भय दिखाकर लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली करने संबंधी मामले मे दिनांक 10.09.2024 को थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्र. 598/2024 धारा 384,389,34 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पहले भी इस मामले में एक पुलिस आरक्षक समेत सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी थी। पुलिस ने बताया कि, इस मामले में संलिप्त एक और महिला आरोपी फरार थी पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही थी।और एक और महिला आरोपी हीराकली चतुर्वेदी की गिरफ्तारी हुई है। वह बीते 6 माह से फरार थी। यह कथित गिरोह शहर के धनाढ्य लोगो को हनी ट्रैपिंग के जाल में फंसा कर भयादोहन किया करता था। इस मामले में अब तक 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और इनमें पुलिस के प्रधान आरक्षक, वकील, नेता और पत्रकार शामिल हैं।
यह है पूरा मामला…
बलौदाबाजार पुलिस ने बताया कि शहर एवं आसपास के लोगों को महिला संबंधी अपराध में फंसाने एवं लोक-लाज का भय दिखाकर लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली करने संबंधी मामले में थाना सिटी कोतवाली में कुल 05 अपराध दर्ज किया गया है। प्रकरण में पूर्व में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ पर, प्रकरण में संलिप्तता तथा परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर दर्ज मामलों में आरोपिया हीराकली चतुर्वेदी, उम्र 35 साल,निवासी ग्राम सोनाडीह, पुलिस चौकी करहीबाजार, थाना सिटी कोतवाली को विधिवत ढंग से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया।
धनाढ्य लोगों को फंसाता था यह गिरोह
इस गिरोह द्वारा बहुत ही सुनियोजित तरीके से बलौदाबाजार शहर एवं आसपास के धनाढ्य एवं विभिन्न शासकीय एवं प्राइवेट सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए लोगों को अपने झांसे में लिया जाता था तथा उन्हें ब्लैकमेल कर लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली की जाती थी। यह गिरोह बहुत ही शातिर तरीके से अपने काम को अंजाम देता था तथा गिरोह के सभी सदस्यों के मध्य काम का बंटवारा करते हुए सभी सदस्य अपनी अलग-अलग भूमिका निभाते थे।
इस मामले में अब तक पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। जिसमें अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने कहा कि, इस मामले में जांच के बाद अभी और भी गिरफ्तारी हो सकती है। आरोपियों के द्वारा अब तक लाखों रुपये की वसूली के सबूत मिल चुके हैं।
कुछ दिनों पहले ही हुई थी पांचवी FIR
उल्लेखनीय है कि, इस बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल मामले में बड़ी कारवाई करते हुए पांचवी FIR दर्ज की थी। वहीं मामले में शामिल एक महिला और युवक को गिरफ्तार किया था। इससे पहले प्रधान आरक्षक, पूर्व विधायक प्रतिनिधि समेत 8 लोगो की गिरफ्तारी हो चुकी है। जांच के बाद पुलिस विभाग के और भी बड़े चेहरे सामने आ सकते हैं।
चर्चित सेक्स स्कैंडल और ब्लैकमेलिंग मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी पत्रकार आशीष शुक्ला ने सोशल मीडिया में एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें अपने आप को सरेंडर करने की बात कह रहा था। पहले भी इस मामले में एक पुलिस आरक्षक समेत सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी थी।
पुलिस महकमे तक पहुंची जांच की आंच, प्रधान आरक्षक गिरफ्तार
बता दें कि, इस बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल मामले में सरगना शिरीष पांडे की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को सायबर सेल ने विभाग में ही पदस्थ प्रधान आरक्षक अंजोर दास मांझी को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी प्रधान आरक्षक को पुलिस रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया। इस घिनौने काम में अंजोर दास मांझी कि संलिप्तता पर लगातार मीडिया के द्वारा सवाल उठाए जा रहे थे। इसको लेकर इसके पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान उठ रहे थे। क्योंकि सैक्स स्केंडल मामले में कुछ पुलिसकर्मियों के भी लिप्त होने की खबर थी। बताया जा रहा है कि,जांच में आरोपी के बैंक खाते से करोड़ों रुपए के लेनदेन के सबूत मिले हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई का दिलाया था भरोसा
बलौदाबाजार एसपी विजय अग्रवाल ने मीडिया को भरोसा दिलाया था कि, मामले में जांच की जा रही है। इसमें जो भी शामिल होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। जिसके बाद से सायबर पुलिस की टीम लगातार नजर रखी थी और मौका मिलते ही आरोपी आरक्षक को पीटीएस माना रायपुर से पकड़ लिया गया। वही जानकार सैक्स स्कैंडल मामले में शामिल होने एवं लाखों रुपए के लेनदेन को लेकर आरोपी आरक्षक की मौजूदगी के सबूत प्रार्थी पुलिस को पहले ही दे चुके थे। उसके बावजूद पुलिस जांच में देरी की जा रही थी। लेकिन मीडिया के बढ़ते दबाव को देखते हुए आखिरकार पुलिस को झुकना ही पड़ा और जांच में अपने ही विभाग में पदस्थ आरक्षक को आखिर कार गिरफ्तार करना पड़ा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया था।






