
तेहरान ।(सियासत दर्पण न्यूज़) ईरान से खबर है कि यहां फोर्डो परमाणु संयंत्र के आसपास बड़े पैमाने पर विस्फोट हुए हैंं, जिसके बाद 2.5 और 4.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। फोर्डो परमाणु संयंत्र के पास कोम में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। वहीं कुछ लोगों ने आशंका जताई है कि इस भूकंप के पीछे ईरान के परमाणु टेस्ट है। सोशल मीडिया पर लोग इसे ऑपरेशन सिंदूर से जोड़कर देख रहे हैं, जब भारत के मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान के चगाई हिल्स में एक के बाद एक कई भूकंप आए थे। यह स्थान नूर खान एयरबेस के करीब है, जो पाकिस्तान का परमाणु ठिकाना है। ईरान और इजरायल युद्ध के बीच अब पाकिस्तान की भी चर्चा होने लगी है। ईरान का कहना है कि यदि इजरायल ने परमाणु हमला किया तो बदले में पाकिस्तान भी इजरायल पर परमाणु मिसाइलें दागेगा। यह बात वरिष्ठ इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) जनरल और ईरानी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसेन रेजाई ने ईरानी सरकारी टेलीविजन पर एक साक्षात्कार के दौरान कही। बता दें, पाकिस्तान ने हमलों के बाद ईरान के साथ खड़े होने की कसम खाई थी और इजरायल के खिलाफ मुस्लिम एकता का आह्वान किया था। हालांकि, पाकिस्तान इजरायल के खिलाफ अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा या नहीं, इस पर पाकिस्तान से कोई बयान नहीं आया है। रेजाई ने यह भी दावा किया कि ईरान के पास छिपी हुई रणनीति और क्षमताएं हैं, जिनका देश ने अभी तक खुलासा नहीं किया है। शाहीन-3 से हमला कर सकता है पाकिस्तान पाकिस्तान की शाहीन-3 मिसाइल की मारक क्षमता 2700 किमी तक की है। यानी यह मिसाइल इजरायल में कहीं भी हमला कर सकती है। बहरहाल, ईरान के सपोर्ट में इजरायल पर परमाणु हमला करने के बारे में पाकिस्तान से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की इजरायली योजना को वीटो कर दिया। एक अमेरिका अधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, क्या ईरानियों ने अभी तक किसी अमेरिकी को मार दिया है? नहीं। जब तक वे ऐसा नहीं करते, हम राजनीतिक नेतृत्व पर हमला करने की बात भी नहीं कर रहे हैं। हालांकि इस बयानबाजी पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा, ऐसी बहुत सी झूठी रिपोर्ट हैं जो कभी हुई ही नहीं, और मैं उसमें नहीं पड़ने वाला। नेतन्याहू ने आगे कहा, मैं आपको बता सकता हूं, मुझे लगता है कि हमें जो करना चाहिए, हम वही करेंगे। मुझे लगता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका जानता है कि उसके लिए क्या अच्छा है। इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि ईरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि वह उन्हें अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए खतरा मानता है। यह कहते हुए कि ईरान ने भी उन्हें मारने की कोशिश की, बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद को डोनाल्ड ट्रंप का जूनियर पार्टनर कहा। ईरान के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई को सही ठहराते हुए नेतन्याहू ने कहा कि जो लोग अमेरिका की मौत का नारा लगाते हैं, राष्ट्रपति ट्रंप की दो बार हत्या करने की कोशिश करते हैं, बेरूत में आपके 241 मरीन को मारते हैं, अफगानिस्तान में हजारों अमेरिकी सैनिकों को मारते और घायल करते हैं, उनके पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए।