
रायपुर । (सियासत दर्पण न्यूज़) छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों में कोविड के 22 नए मरीज मिले हैं। इनमें बुधवार को 8 और मंगलवार को 14 नए मरीज मिले हैं। बुधवार को दुर्ग, बिलासपुर में 2-2 मरीज मिले हैं। वहीं दंतेवाड़ा और राजनांदगांव में 1-1 मरीज मिले हैं। कोविड अब तक प्रदेश के 10 जिलों में फैल चुका है। कुल 139 मरीज अब तक मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा 67 मरीज रायपुर से मिले हैं। वहीं 36 मरीज बिलासपुर से मिले हैं। बाकी 36 मरीज अन्य 8 जिलों से मिले हैं। यानी कोविड के 74 प्रतिशत केस इन्हीं दो जिलों से हैं। हालांकि, कोविड के 56 केस ही एक्टिव हैं। 82 रिकवर हो गए हैं। इनमें 41 होम आइसोलेशन में और 15 हॉस्पिटल में एडमिट है। ओवर अब तक कुल लगभग दो हजार मरीजों की कोविड जांच प्रदेश में हो चुकी है।
प्रदेश में 24 मई को प्रदेश में पहला कोविड पेशेंट रायपुर में मिला था। 23 दिन में आंकड़ा सैकड़ा का अंक पार गया है। इस लिहाज से प्रदेश में रोज 5 मरीज मिल रहे हैं। अच्छी बात ये है कि 3 मरीज रोज ठीक भी हो रहे हैं। कुछ और डेप्थ कैलकुलेशन करें तो जो डिजिट सामने आते हैं उसके मुताबिक कोविड की डेली ग्रोथ रेट 23.1% है, वहीं रिकवरी रेट 56.41% है। यानी रिकवरी रेट +33% हैं। हालांकि, पहली मौत के बाद प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है। शासकीय जिला अस्पतालों और दूसरे हेल्थ सेंटर्स में टेक्निकल और नॉन-टेक्निकल सभी तरह के स्टाफ की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है। अब इसी कैलकुलेशन के आधार पर अगले दस दिनों का प्रोजेक्शन निकालें तो प्रदेश में कोविड पेशेंट की संख्या 190 के पार चली जाएगी। हालांकि इनमें 112 ठीक रिकवर भी हो जाएंगे। सिर्फ 78 मरीज ही एक्टिव रहेंगे। यानी 10 दिन में 51 नए केस मिल सकते हैं।
जोकि कोविड का इम्पैक्ट बहुत माइल्ड है। ऐसे में इन 51 में सिर्फ 14 मरीजों को ही हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत पड़ेगी। बाकी 37 मरीज घर पर ठीक हो जाएंगे। सोमवार को कोविड के नए वैरिएंट JN.1 से पहली मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक मृतक व्यक्ति राजनांदगांव का रहने वाला था। पिछले कई समय से वह मेडिकल समस्या से जूझ कर रहा था। रूटीन डायलिसिस के लिए रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में आया हुआ था। डॉक्टरों को कोविड के लक्षण दिखे तो जांच हुई। जांच रिपोर्ट में पेशेंट कोविड पॉजिटिव आया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस महीने कोविड के सबसे ज्यादा मरीज बीते शुक्रवार यानी 6 मई को मिले थे। एक ही दिन में रायपुर में 11, बिलासपुर में 5 और बालोद में 1 मरीज के साथ कुल 17 मरीज मिले थे। नया वैरिएंट आने के बाद से ये एक दिन में सबसे बड़ा आंकड़ा था।
सैंपल कलेक्शन से लेकर कोविड मरीज के इलाज तक की ट्रेनिंग स्टाफ को दी जा रही है। साथ ही इमरजेंसी सिचुएशन से निपटने के लिए मॉकड्रिल भी कराई गई है। ओवर ऑल बात करें तो प्रदेश में अब तक रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, बालोद, बस्तर, सरगुजा महासमंद और बेमेतरा समेत कुल 9 जिलों में कोविड के पेशेंट मिल चुके हैं। मेकाहारा के डॉ. आर के पांडा के मुताबिक, ज्यादातर मरीज होम क्वारंटाइन में ही ठीक हो जा रहे हैं, लेकिन उन मरीजों को ज्यादा खतरा है, जिन्हें पहले से दूसरी या एक से ज्यादा बीमारियां हैं। खासकर डायबिटीज पेशेंट और चेन स्मोकर्स नए वैरिएंट के चपेट में जल्दी आ सकते हैं।