
रायपुर,,सियासत दर्पण न्यूज़।छत्तीसगढ़ में बढ़े बिजली के दाम को लेकर कांग्रेस ने चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत कर दी है। गुरुवार को शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने बूढ़ापारा स्थित CSPDCL (बिजली ऑफिस) में प्रदर्शन किया।
विरोध के दौरान कांग्रेस नेताओं ने अधिकारी के चेंबर में जाकर वहां जल रही लाइट और पंखों को बंद कर दिया। इस दौरान पूर्व महापौर एजाज ढेबर अधिकारी को जलता हुआ लालटेन देकर कहा कि ये मंत्री जी के लिए गिफ्ट है। अब लालटेन के दिन आ गए है। बढ़े हुए बिजली बिल के बिल से जनता परेशान है।
पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने कहा बिजली जैसी बुनियादी सुविधा पर बोझ डालकर भाजपा सरकार आम जनता को लूट रही है। यह सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि जन-अधिकारों की रक्षा का संघर्ष है।ढेबर ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान घरेलू बिजली बिल आधा योजना ने लाखों उपभोक्ताओं को राहत दी थी, लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद डेढ़ साल में चार बार बिजली के दामों में बढ़ोतरी हुई है।
राज्य में महँगी बिजली के दर बढ़ाने के खिलाफ कांग्रेस चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रही है। ब्लॉक स्तर 15, 16, 17 जुलाई को JE और EE अधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद 22 जुलाई को ज़िला विद्युत कार्यालयों का होगा घेराव किया जाएगा औऱ आने वालों दिनों प्रदेश स्तरीय आंदोलन होगा।
बिजली बिल के खिलाफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इतिहास गवाह है कि भाजपा की सरकारों में जनता को लूटने के तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। साय सरकार ने चौथी बार बिजली के दाम बढ़ाए हैं। साय सरकार जनता की जेब में डाका डाल रही है।
बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार आने के बाद प्रदेशभर में बिजली कटौती शुरू हो गई। लगातार दाम बढ़ाए जा रहे हैं। राज्य में कोयला हमारा, पानी हमारा, जमीन हमारी और बिजली हमें ऊंची दरों पर बेची जा रही है? सरकार के खिलाफ चरणबद्ध तरीके से प्रदेशभर में आंदोलन करेंगे।
वहीं इस पर CM विष्णुदेव साय ने कहा कि बिजली दर में बढ़ोतरी का किसानों और गरीबों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। घरेलू बिजली में 10 से 20 पैसा प्रति यूनिट बढ़ा है। गरीबों को हॉफ बिजली का लाभ देते हैं। किसानों के लिए बिजली बिल में 50 पैसे बढ़ाए गए हैं, लेकिन सरकार 3 HP में 3 हजार यूनिट फ्री दे रही है। सरकार वह पैसा बिजली विभाग देती है।