
रायपुर : (सियासत दर्पण न्यूज़) छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई की जा रही है। मंगलवार को सुनवाई के दौरान एक प्रकरण में आवेदिका ने बताया कि वह पिछले छह महीने से अपने पति से अलग रह रही है। उसके पति का किसी और महिला के साथ अवैध संबंध है।
महिला ने आयोग के सामने बाताया कि पति उसे तलाक देने की धमकी दे रहा है। वहीं जो दूसरी महिला है उसका उसके पति से पहले ही तलाक हो चुका है। उसे उसके माता-पिता ने भी छोड़ दिया है।
मामले में आयोग ने दूसरी महिला को सुधरने का मौका देते हुए नारी निकेतन भेजने का आदेश दिया। साथ ही उसे समझाइश दी गई कि वह भविष्य में आवेदिका और उसके पति के परिवार में दखलंदाजी नहीं करेगी। सुनवाई में महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, लक्ष्मी वर्मा, सरला कोसरिया, ओजस्वी मंडावी उपस्थित रहीं।
एक अन्य प्रकरण में आवेदिका ने बताया कि उसके पति ने बच्चों को अनाथालय में छोड दिया था। बच्चे उसे वापस मिल चुके हैं। वह बच्चों को अपने साथ रखकर उनका पालन-पोषण कर रही है। वह झाडू-पोछा का कार्य करती है। उसका पति कभी-कभी ही खर्च देता है। न्यायालय में तलाक व भरण-पोषण का मामला चल रहा है। आयोग ने समझाइश दी कि दोनों पक्ष यदि चाहें तो आयोग की मदद लेकर सुलहनामा करा सकते हैं।
एक अन्य प्रकरण में पत्नी गांव में नहीं रहना चाहती थी। उसके दो बच्चे भी स्कूल जाने के लायक थे, लेकिन उसका पति चाहता था कि वह गांव में खेती करे,लेकिन पत्नी को खेती का ज्ञान नहीं था। वह शहर में पली-बढ़ी है। आयोग ने उस व्यक्ति को समझाइश दी कि वह अपनी पत्नी व बच्चों को अपने साथ रखे, जिसमें दोनों पक्षों ने सहमति जताई।