थाना प्रभारी आज़ाद चौक ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस की विशेष टीम गठित की गई है।
रायपुर:सियासत दर्पण न्यूज़,किसी ने किया चाकू से वार, तो किसी ने डंडे से किया हमला, राजधानी खून के प्यासे हुए बदमाश। दरअसल, रायपुर के ईदगाह भाटा इलाके में दिवाली की एक रात पहले जानलेवा खूनी खेल खेला गया। पुलिस से बेखौफ बदमाशों ने झुंड बनाकर युवकों पर चाकू से हमला किया। इतनी बुरी तरह से चाकू मारा कि अधमरी हालत में अब घायल अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ हत्या के इरादे से हमले का केस दर्ज किया है।

क्या है पूरा मामला
दरअसल उर्स चादर जुलूस के दौरान कोतवाली इलाके में कुछ युवकों का विवाद हुआ था। इस विवाद में बेसबॉल स्टिक से एक युवक को पीट-पीटकर घायल कर दिया गया था।
राजधानी रायपुर में चाकूबाज़ी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पुलिस की सख्ती के बावजूद अपराधियों में कानून का खौफ खत्म होता दिख रहा है। ऐसा ही एक नया मामला रायपुर के ईदगाहभाठा क्षेत्र से सामने आया है, जहां मामूली बहस के बाद दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि बात जानलेवा हमले तक पहुंच गई। हमलावरों ने चाकू और लोहे की रॉड से हमला कर चार युवकों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, यह वारदात रविवार देर शाम की है। नयापारा निवासी मोहम्मद शोएब, मोहम्मद अल्ताफ़, आमीन और अब्दुल किसी विवाद के समाधान के लिए ईदगाहभाठा क्षेत्र गए थे। बताया जा रहा है कि इन चारों का ईदगाहभाठा निवासी सैफी, सरफ़राज़, जुनैद, मोईन और साहिल से किसी बात को लेकर पहले बहस हो चुकी थी।रायपुर में चल रहे उर्स के चादर कार्यक्रम के दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी बढ़ी और देखते ही देखते मामला हिंसक झड़प में बदल गया।
आरोप है कि ईदगाहभाठा निवासी सैफी, सरफ़राज़, जुनैद, मोईन, साहिल और उनके अन्य साथियों ने अचानक हथियार निकाल लिए और शोएब, अब्दुल, आमीन व ज़ाकिर पर हमला बोल दिया। हमले में ज़ाकिर की पीठ पर चाकू मारा गया, जबकि शोएब, अब्दुल और आमीन के सिर, गर्दन और हाथ में गंभीर चोटें आईं। घायल युवक किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से भागे और सीधे आज़ाद चौक थाने पहुंचे। पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए मेकाहारा अस्पताल भेजा, जहां उनका उपचार जारी है। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने
हमलावरों के खिलाफ हत्या के प्रयास (धारा 307), मारपीट, गाली-गलौज और धमकी देने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपी सैफी और जुनैद पुराने हिस्ट्रीशीटर बदमाश हैं। दोनों पर पहले भी चाकूबाज़ी, मारपीट और NDPS एक्ट के मामले दर्ज हैं। ये दोनों पहले जेल जा चुके हैं और फिलहाल घटना के बाद से फरार हैं।
थाना प्रभारी आज़ाद चौक ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस की विशेष टीम गठित की गई है।
ईदगाहभाठा, नयापारा और आसपास के इलाकों में लगातार दबिश दी जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय मुखबिरों की मदद से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तारी का दावा किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ईदगाहभाठा क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से गुंडागर्दी और चाकूबाज़ी की घटनाएं बढ़ी हैं। कई बार शिकायतों के बावजूद स्थायी कार्रवाई नहीं होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
मोहल्लेवासियों ने रायपुर पुलिस प्रशासन से इलाके में गश्त बढ़ाने और हिस्ट्रीशीटरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि फरार आरोपियों के खिलाफ स्थायी वारंट जारी कर दिया जाएगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वारदात में इस्तेमाल हथियार कहां से लाए गए और क्या यह किसी पुरानी रंजिश का नतीजा था। राजधानी में बीते कुछ महीनों में चाकूबाज़ी की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। दो हफ्ते पहले टिकरापारा और शंकर नगर क्षेत्र में भी इसी तरह के हमले हुए थे। लगातार बढ़ते इस तरह के अपराधों ने आम लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि रायपुर पुलिस हिस्ट्रीशीटर सैफी और जुनैद सहित अन्य फरार आरोपियों को कब तक पकड़ पाती है और शहर में बढ़ते चाकूबाज़ी के सिलसिले पर कब अंकुश लगा पाती है।






