भिलाई: (सियासत दर्पण न्यूज़) IIT भिलाई परिसर में बीटेक प्रथम सेमेस्टर के छात्र सौमिल साहू की मौत के बाद मंगलवार देर रात हालात तनावपूर्ण हो गए। न्याय की मांग को लेकर हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं कैंपस में धरने पर बैठ गए। पूरे परिसर में देर रात तक हंगामे और गहमागहमी का माहौल रहा। पुलिस बल को मौके पर बुलाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया।
छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि छात्र को समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिली, जिससे उसकी जान नहीं बच पाई। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आइआइटी प्रबंधन से पारदर्शी जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
स्थिति बिगड़ती देख आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश को देर रात पांचवीं बार मौके पर बुलाया गया। लगातार संवाद के बाद उन्होंने रात करीब 3 बजे दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
आईआईटी के डॉ. अतुल श्रीवास्तव को कथित लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित (सस्पेंड) कर दिया गया।
मामले की निष्पक्ष जांच एसएसपी स्तर के अधिकारी से कराए जाने की घोषणा की गई, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
आइआइटी प्रशासन ने छात्रों से शांत रहने और जांच प्रक्रिया में सहयोग की अपील की है। वहीं, छात्रों ने स्पष्ट कहा कि जब तक पूरी सच्चाई सामने नहीं आती, वे न्याय के लिए आंदोलन जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि हरदा (मध्यप्रदेश) निवासी 18 वर्षीय सौमिल साहू इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के पहले सेमेस्टर का छात्र था। मंगलवार सुबह उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से पूरे परिसर में शोक और आक्रोश का माहौल है।






