
रायपुर:(सियासत दर्पण न्यूज़) डीडीनगर थाना क्षेत्र स्थित इंद्रप्रस्थ फेस-2 में सोमवार को मिली अज्ञात युवक की लाश ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। सुनसान इलाके में ट्रॉली बैग और बंद पेटी में मिले शव ने मेरठ में दो महीने पहले हुए चर्चित हत्याकांड की याद ताजा कर दी है। हत्या की बर्बरता, शव को छिपाने की योजना और उसे ठिकाने लगाने के तरीके ने पुलिस को कई एंगल से जांच के लिए मजबूर कर दिया है। पुलिस को जांच के दौरान एक अहम सुराग पेटी से मिला है।
ट्रॉली के ऊपर रखी नई पेटी पर ‘हब्बू’ नाम लिखा हुआ मिला है। वहीं, पेटी के अंदर 22 जून की तारीख लिखी है। आशंका है कि आरोपियों ने पेटी खरीदने के बाद उस पर लिखा नाम मिटाने की कोशिश की थी, लेकिन नाम पूरी तरह मिट नहीं सका। यही चूक पुलिस के लिए सबसे मजबूत कड़ी बन गई है। पुलिस अब इस नाम के आधार पर गोलबाजार स्थित पेटी लाइन में दुकानों की तलाश कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि पेटी किसने खरीदी और कब खरीदी।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि युवक की गला रेतकर हत्या की गई है। गले पर गहरा घाव मिला है, जिससे साफ है कि हत्या धारदार हथियार से की गई है। हत्या के बाद शव को ट्रॉली बैग में डाला गया, फिर ऊपर से सीमेंट डालकर पूरी तरह से पैक किया गया ताकि बदबू न फैले और पहचान छुपाई जा सके। लेकिन शव दो से तीन दिन बाद सड़ने लगा और तेज बदबू फैलने लगी। आशंका है कि हत्यारे तब घबरा गए और शव को घर में रखने के जोखिम से बचने के लिए नई पेटी खरीदकर सोमवार को किसी लोडिंग वाहन की मदद से सुनसान इलाके में फेंक गए।
संदेहियों की लिस्ट
फेस-2 क्षेत्र से पुलिस को कुछ संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी भी मिली है। वहां के कुछ संदिग्ध लोगों की पहचान कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस का मानना है कि हत्या में तीन से चार लोग शामिल हो सकते हैं, क्योंकि फॉरेंसिक टीम को पेटी और बैग पर कई लोगों के फिंगर प्रिंट मिले हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पूर्व कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हो चुके हैं। राजधानी में इस तरह लाशों का मिलना चिंताजनक है। सरकार कानून व्यवस्था पर पूरी तरह विफल हो चुकी है।
50 मीटर की दूरी पर प्लांट जहां लाश मिली है, वहां से महज 50 मीटर दूरी पर एक निर्माण प्लांट भी स्थित है। पुलिस अब वहां काम करने वाले मजदूरों और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही घटनास्थल के आसपास मोबाइल टावर लोकेशन डंप कर संदिग्ध नंबरों की पहचान की जा रही है। शव की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर टीम जांच कर रही है। मृतक की उम्र करीब 30 से 35 साल प्रतीत हो रही है।