
रायपुर: (सियासत दर्पण न्यूज़) प्रदेश में इन दिनों ऑनलाइन ठगी के बारदात बढ़ते जा रहे हैं। आएदिन लोग ऐसे ठगों का शिकार हो रहे हैं। रायपुर के थाना क्षेत्रों से ऑनलाइन ठगी के कई मामले सामने आए हैं। राजधानी के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक व्यापारी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया है। एक महिला ने व्यापारी से ऑनलाइन ट्रेडिंग एप के जरिये 27 लाख 96 हजार रुपये ठगी की है। पीड़ित की शिकायत आधार अज्ञात महिला पर अपराध दर्ज किया गया है।
पीड़ित मोहिंदर पाल सिंह खुराना ने बताया कि वह अमृत ट्रेडिंग नाम से दुकान चलाते हैं। उन्होंने बताया कि उनके साथ फेसबुक पर रिया अरोरा नामक आइडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। इसके बाद उस महिला ने उनसे मोबाइल नंबर लेकर वाट्सएप काल के जरिए संपर्क किया और बातचीत शुरू की।
इस दौरान महिला ने एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एप का लिंक भेजा और मुनाफे का झांसा दिया। मोहिंदर पाल ने एप डाउनलोड किया और बताए गए निर्देशों के अनुसार दो अलग-अलग बैंक खातों से कुल 27 लाख 96 हजार 428 रुपये ट्रांसफर कर दिए। एचडीएफसी बैंक से पांच बार में 5 लाख 42 हजार 808 रुपये और एक्सिस बैंक से 11 बार में 22 लाख 53 हजार 620 विभिन्न खातों में ट्रांसफर किए गए। जब पैसे निकालने के लिए प्रयास किया तो पैसे नहीं निकले। तब उसे धोखाधड़ी के बारे में पता चला।
रायपुर के अशोका रतन निवासी मनीष जैन से शेयर बाजार में अधिक मुनाफे का झांसा देकर करीब 9.08 लाख रुपये की ठगी की गई है। पीड़ित ने थाना पंडरी में शिकायत दर्ज कराई है। मनीष जैन के अनुसार, उन्हें वाट्सएप पर दो अलग-अलग ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में निवेश करने पर भारी रिटर्न का आश्वासन दिया गया। ग्रुप एडमिन ने एक मोबाइल एप डाउनलोड करवाकर निवेश की प्रक्रिया बताई।
पीड़ित ने 27 सितंबर से 18 नवंबर 2024 के बीच 11.32 लाख रुपये निवेश किए। शुरुआती लेन-देन में उन्हें मुनाफे के रूप में करीब 2.23 लाख रुपये लौटाए गए, जिससे उनका विश्वास बना रहा, लेकिन इसके बाद उन्हें ग्रुप से हटा दिया गया और एप से भी लांगिन बंद कर दिया गया।
रायपुर के गंज थाने क्षेत्र में युवक के साथ ऑनलाइन टैक्सी बुकिंग के नाम पर 80 हजार 190 रुपये की ठगी हो गई। पीड़ित ने गंज थाना और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने बताया कि 11 जुलाई को उसने कार रेंटल इन औरंगाबाद वेबसाइट से टैक्सी बुक करने के लिए नंबर सर्च किया। काल पर खुद को आलोक अग्रवाल बताने वाले शख्स ने उसे कृष्णा कार्स रेंटल्स पोर्टल पर 149 रुपये एडवांस भुगतान करने कहा।
भुगतान के प्रयास के दौरान तकनीकी समस्या बताकर उसे गूगुल मीट पर जोड़कर स्क्रीन शेयर करने को कहा गया। अगले दिन 12 जुलाई को गूगल मीट पर ओटीपी देखकर उसने फोन काट दिया, लेकिन इसी दौरान एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से 80,190 रुपये कट गए। पीड़ित ने बैंक को तत्काल जानकारी दी, लेकिन बैंक ने राशि होल्ड करने के बजाय कार्ड अनब्लाक कर भुगतान पोस्ट कर दिया। पीड़ित ने मामले में बैंक की लापरवाही की भी शिकायत दर्ज कराई है।