
रायपुर:(सियासत दर्पण न्यूज़) दुर्ग जिले में दो नन सहित तीन लोगों की हालिया गिरफ्तारी ने मानव तस्करी जैसी गंभीर समस्या की ओर राज्यभर का ध्यान खींचा है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि मानव तस्करी, विशेषकर आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों में, सालों से राज्य के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। बेरोजगारी और बेहतर अवसरों की तलाश में होने वाला प्रवासन इस समस्या को और भी जटिल बना रहा है, जिससे तस्करों को अपना जाल फैलाने का मौका मिल रहा है। वे आदिवासी और पिछड़े क्षेत्र के लोगों को टारगेट कर रहे हैं। राज्य में वर्ष 2023 से फरवरी 2025 तक मानव तस्करी के करीब 39 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इनमें से कुल पीड़ितों की संख्या 66 है, जबकि मामले में 83 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।