
रायपुर।(सियासत दर्पण न्यूज़) छत्तीसगढ़ के NGO घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने तेज कर दी है। CBI के अधिकारी मना स्थित समाज कल्याण विभाग कार्यालय पहुंचे और डिप्टी डायरेक्टर से स्टेट रिसोर्स सेंटर (SRC) से संबंधित दस्तावेज मांगे।
अधिकारियों ने NGO से जुड़े तीन बंडल दस्तावेजों की फोटो कॉपी भी ली। CBI ने कहा है कि इन दस्तावेजों की जांच की जाएगी और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में एक मंत्री और 7 IAS सहित कुल 14 लोगों का नाम सामने आया है।
दरअसल, 2004 में समाज कल्याण मंत्री रहीं रेणुका सिंह, रिटायर्ड IAS विवेक ढांढ, MK राउत, डॉ. आलोक शुक्ला, सुनील कुजूर, BL अग्रवाल, सतीश पांडे और पीपी श्रोती ने मिलकर 2 NGO बनाए। NGO के करप्शन में राज्य प्रशासनिक सेवा के 6 अधिकारियों को भी शामिल किया।
NGO को दिव्यांगों की भलाई के लिए बनाया था, जिसके तहत सुनने की मशीनें, व्हील चेयर, ट्राई साइकिल, कैलिपर और कृत्रिम अंग जैसी चीजें वितरण करना, अवेयर करना, उनकी देख-रेख करना था, लेकिन NGO को सिर्फ कागजों पर कर दिया। जमीन पर NGO गायब था।