(सियासत दर्पण न्यूज़) यूपी के बागपत जिले में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। गांगनौली गांव की बड़ी मस्जिद में शनिवार दोपहर सिर्फ 15 मिनट में मुफ्ती इब्राहिम की पत्नी इसराना(30) और उनकी दो मासूम बेटियों सोफिया (5) और सुमाइया (2) की हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने वाले दोनों नाबालिग आरोपी खुद उसी मस्जिद में तालीम लेने आते थे। पुलिस ने सात टीमों की मदद से 6 घंटे के भीतर इस भयानक हत्या कांड को सुलझा लिया।

कैसे रची गई खून की साजिश
दोनों नाबालिग आरोपी मस्जिद में मुफ्ती इब्राहिम से दीनी तालीम लेते थे। पांच दिन पहले जब उन्होंने सबक याद नहीं किया, तो मुफ्ती साहब और इसराना ने उन्हें डांटा और हल्की पिटाई की। इस अपमान से गुस्साए दोनों ने मिलकर बदला लेने की ठान ली। आरोपियों को पता चला कि शनिवार को मुफ्ती कही गए हुए थे उन्होंने तय किया कि इस मौके पर वे मुफ्ती के परिवार पर हमला करेंगे।
वारदात की कहानी 15 मिनट का खून-खराबा
शनिवार दोपहर दोनों किशोर पीछे के रास्ते से मस्जिद में दाखिल हुए। नीचे काम कर रहे मजदूरों के औजारों में रखी बसूली उठाई और ऊपर के कमरे में पहुंचे, वहां इसराना और दोनों बेटियां दोपहर की नींद ले रही थीं।
एक आरोपी ने सोती हुई इसराना के सिर पर बसूली से वार किया। उनकी चीख सुनकर बेटी सोफिया नींद से जागी। इसराना उठकर बचने की कोशिश करने लगीं, तभी आरोपी ने उनके सिर पर दोबारा वार किया। दूसरे किशोर ने फ्रिज पर रखा चाकू उठाकर उनकी गर्दन पर वार कर दिया। जाग चुकी सोफिया को बसूली से मारा, फिर सुमाइया चारपाई पर गहरी नींद में थी, उसे भी दो वार में खत्म कर दिया। पुलिस के मुताबिक वारदात के दौरान कमरे में सिर्फ 15 मिनट लगे और तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद दोनों आरोपी बाथरूम में गए, खून से सने कपड़े बदले और फिर गांव के मैदान में कबड्डी खेलने चले गए। कबड्डी खेलते हुए उन्होंने अपने साथियों से वीडियो भी बनवाई, ताकि बाद में कह सकें कि वे घटना के समय मैदान में थे। लेकिन जब पुलिस ने मस्जिद के CCTV कैमरों की फुटेज जांच की तो दोनों लड़के कैमरा बंद और फिर चालू करते हुए नजर आए। यही फुटेज उनकी गिरफ्तारी की सबसे बड़ी कड़ी साबित हुई।
6 घंटे में खुलासा 7 टीमों ने मिलकर उठाया ह्त्याकांड से पर्दा
एसपी सूरज कुमार राय के नेतृत्व में 7 पुलिस टीमों ने सिर्फ 6 घंटे में केस सुलझा लिया। पहले दोनों किशोर झूठ बोलते रहे, पर जब पुलिस ने CCTV फुटेज दिखाई, तो उन्होंने सारा सच उगल दिया। दोनों ने बताया कि उन्होंने हत्या में इस्तेमाल बसूली और चाकू मस्जिद में ही छिपा दिए थे। पुलिस ने दोनों हथियार बरामद कर लिए।
कौन हैं आरोपी किशोर
दोनों आरोपी कक्षा आठ के छात्र हैं। उनके पिता कपड़े की फेरी लगाते हैं और अधिकतर समय बाहर रहते हैं। पूछताछ में दोनों ने कहा कि हमें मुफ्ती साहब बार-बार मारते थे, इसलिए हमने तय किया कि उनके परिवार को खत्म कर देंगे। हत्या के बाद वे गांव में चल रही पंचायत स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में खेलने पहुंच गए। पुलिस ने बताया कि वे पूरी तरह से सामान्य दिख रहे थे, जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
मुफ्ती की बीवी और बेटियां खून से लथपथ मिलीं
शामली जिले के सुन्ना गांव निवासी मुफ्ती इब्राहिम पिछले तीन साल से गांगनौली मस्जिद में रह रहे थे। उनकी पत्नी इसराना आलिमा की पढ़ाई करके गांव की बच्चियों को दीनी तालीम देती थीं। शनिवार दोपहर जब छह बच्चियां पढ़ने आईं काफी देर तक आवाज़ देने बाद भी कमरे के अंदर से कोई आवाज़ नही आई तो वो कमरे के अंदर पहुंचीं और वहां का दृश्य देखकर चीख उठीं। चारपाई पर तीनों के शव खून से लथपथ थे। इसराना का सिर फटा था, कपड़े और दीवारें खून से सनी थीं।उन 6 बच्चों की चीखें सुनकर आसपास के लोग जब वहा पहुचे तो वो भी कमरे का मंजर देख दंग रह गए,तुरन्त पुलिस को सूचना दी








